Rajasthan ke sambhag ( राजस्थान के सभाग ) राजस्थान जो की भारत का सबसे बड़ा राज्य है. राजस्थान में प्रशासन चलाने के लिए और आसान बनाने के लिए राजस्थान को 33 जिलों में विभक्त किया गया है. वही इन 33 जिलों में बेहतर ढंग से प्रशासन चलाने के लिए राजस्थान को 7 संभागों में विभक्त किया गया है. राजस्थान में 7 संभाग के बारे में जानकारी, इस लेख में दी जा रही है. इस लेख में आपको राजस्थान के संभाग के बारे में बताया जा रहा है.
संभाग क्या है?
राजस्थान के संभाग के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा करने से पहले जानते है कि संभाग किसे कहते है। राजस्थान को कुल 33 जिलो में विभाजित किया गया है। उन सभी जिलो के कुछ समूहों को बनाकर संभाग की स्थापना की गई है। आप इसे राज्य और जिलों के बीच जोड़ती हुई कड़ी की तरह मान सकते है।
राजस्थान को 7 संभागों में विभाजित किया गया है। 1949 में हीरालाल शास्त्री की सरकार द्वारा ऐसी संभागीय व्यवस्था की शुरुआत की गई थी. मगर मोहनलाल सुखाड़िया की सरकार सत्ता में आने के बाद 1962 को संभागीय व्यवस्था को रद्द कर दिया गया था। फिर देव जोशी सरकार द्वारा पुनः प्रयास से 1987 से संभागीय व्यवस्था को वापस लाया गया।
राजस्थान के 7 संभाग
राजस्थान में कुल 7 संभाग है, जिनमे 4 जिले वाले 4 संभाग, 5 जिले का एक संभाग और 6 जिले वाले 2 संभाग महजूद है।
- जोधपुर संभाग – जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, सिरोही, जालौर,पाली
- बीकानेर संभाग – बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, चुरू
- अजमेर संभाग – अजमेर, नागौर, टोंक, भीलवाड़ा
- जयपुर संभाग – जयपुर, सीकर, अलवर, झुंझुन, दौसा
- उदयपुर संभाग – उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, बांसवाड़ा, चितौड़गढ़
- कोटा संभाग – कोटा , बांरा, झालावाड़, बूंदी
- भरतपुर संभाग – भरतपुर, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर
इन सभी संभागों की विस्तृत जानकारी
जोधपुर संभाग
जोधपुर संभाग में कुल 6 जिला शामिल है, जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, सिरोही, जालौर और पाली। यह संभाग राज्य का सबसे बड़ा संभाग है। इसका कुल क्षेत्रफल 1,17,800 वर्ग किलो मीटर है, तथा कुल आबादी 11,863,184 है,
पर दुःखद बात यह है कि इस क्षेत्र की साक्षरता दर सबसे कम 59.57% है। राज्य के पश्चिम दिशा में बस होने के कारण इस संभाग की सबसे ज्यादा सीमा पाकिस्तान से लगी हुई है, तथा इसका मुख्यालय अंतराष्ट्रीय सीमा से काफी दूर है।
बीकानेर संभाग
इस संभाग में कुल 4 जिले (बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू) शामिल है। इस संभाग का कुल क्षेत्रफल 64,708 वर्ग किलो मीटर है। इस क्षेत्र में सर्वाधिक अनुसूचित जाति के जनसँख्या निवास करती है। आपको बता दे की इस संभाग के दो जिले यानी बीकानेर और चुरू जिले कोई भी नदी नहीं है। इसका संभागीय मुख्यालय अंतराष्ट्रीय सीमा के नजदीक है।
अजमेर संभाग
अजमेर, नागौर, टोंक, भीलवाड़ा जिले को लेकर अजमेर संभाग का गठन हुआ है। यह संभाग बाकि सभी 6 संभागों से जुड़ा हुआ तथा मध्यवर्ती संभाग है. इस संभाग का कुल आयतन 43,848 वर्ग किलो मीटर है।
जयपुर संभाग
जयपुर संभाग 5 जिलो यानी जयपुर, सीकर, अलवर, झुंझुन, दौसा को मिलकर बना है। इस संभाग में सर्वाधिक जनसँख्या होने के साथ साथ घनत्व भी सबसे ज्यादा है। संभाग की कुल आयतन 36,615 वर्ग किलो मीटर है।
उदयपुर संभाग
उदयपुर संभाग कुल 6 जिला उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, बांसवाड़ा और चितौड़गढ़ को मिलाकर बना है। इसका कुल आयतन 36,942 वर्ग किलो मीटर है, जो के सबसे ज्यादा अंतराज्य सीमा बनाने के साथ साथ 2 अंतराज्य सीमा बनाता है।
कोटा संभाग
कोटा संभाग में कुल 4 जिले कोटा , बांरा, झालावाड़ और बूंदी है। इस क्षेत्र की क्षेत्रफल 24, 204 वर्ग किलो मीटर के साथ यह सबसे कम आबादी बाला इलाका है।
भरतपुर संभाग
भरतपुर, सवाईमाधोपुर, करौली और धौलपुर जिले को मिलाकर भरतपुर संभाग बना है। 4 जून 2005 को जयपुर संभाग से भरतपुर और धौलपुर तथा कोटा संभाग से सवाईमाधोपुर और करौली को लेकर 7 वे संभाग के तहत बनाया गया है। इसका कुल आयतन 18,122 वर्ग किलो मीटर है।
आपने क्या सीखा ?
हमे आशा है की आपको Rajasthan ke sambhag ( राजस्थान के सभाग ) विषय के बारे में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आपको इस विषय के बारे में कोई Doubts है तो वो आप हमे नीचे कमेंट कर के बता सकते है। आपके इन्ही विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिलेगा।