Rajasthan ka rajya khel kya hai ( राजस्थान का राज्य खेल क्या है) खेल कूद शरीर के लिए सबसे अच्छी कसरत मानी जाती है। शारीरिक व्यायाम से उलट खेल ने शरीर की फुर्ती बढ़ने के साथ साथ मानसिक तनाव से भी राहत मिलती है।
Group में खेले जाने की वजह से गेम की मदद से सामाजिक चलन में भी घर असर डालती है। इसलिए बच्चो को दिन में कम से कम एक दो घंटे मैदान में खेलने चाहिए। खेल खेलने से शरीर में रक्त संचालन तथा वृद्धि के साथ साथ आप नियम का भी पालन करना सीखते है।
चलिये आज के लेख में ऐसे ही खेल बारे में चर्चा करते हुए जानेंगे “राजस्थान का राज्य खेल” और साथ में खेल के कुछ नियम और कैसे खेल जाता है उस बारे में भी चर्चा करेंगे।
राजस्थान का राज्य खेल क्या है ?
राजस्थान का राज्य खेल बास्केट बॉल है। बास्केट बॉल को राजस्थान में 1948 में राज्य खेल घोषित किया गया। राजस्थान में इस खेल को काफी सराहा गया है, कई दिग्गज खिलाड़ी जैसे सुरेंद्र कुमार कोठारिया, शिव कोहिवाल, ख़ुशी राम, राम कुमार, हनुमान सिंह और राधे शाम जैसी खिलाडी राजस्थान ने भारत को दिया है।
इन्होंने कई सारे राज्य तथा अंतर्राज्य खेल में हिस्सा लेकर भारत का नाम रोशन किये है। इन सब खिलाडियों मे से खुसी राम को भारत का “स्कोरिंग मशीन” भी कहा जाता है। सरकार द्वारा जयपुर (बालिका वर्ग) और जैसलमेर (बालक वर्ग) दो बास्केट बॉल अनुष्ठान तथा छात्रावास है।
बास्केट बॉल
यह खेल 5-5 खिलाड़ियों के 2 समूह में खेला जाता है और खेल के मैदान को कोर्ट कहा जाता है। इसमें खिलाडियों को अपने प्रतिद्वंदी के बास्केट में (जो एक जालीदार टोकरी के तरह और 10 फिट की ऊंचाई में होता है) बॉल को डालनी होती है जिससे दल को पॉइंट मिलता है।
बॉल को अपने साथी खिलाड़ियों के साथ कोर्ट में उछल कर दूसरे ओर ले जाना पड़ता है, इसमें बॉल को अपने पास नहीं रख सकते और न ही किसी के शारीर को आप छू सकते है। ऐसे करने पर यह नियोमों का उलंघन मन जायेगा।
खेल में सबसे लंबा खिलाडी सेंटर में या फिर दो फॉरवर्ड में से किसी एक पर रहकर खेलता है, जब उससे ऊँचाई में छोटे खिलाडी और जो बॉल को ज्यादा देर तक अपने पास नियम के अनुसार रखपाये वे गार्ड के पोजीशन पर खेलते है।
बास्केट बॉल के मैदान और उपकरण –
खेल के मैदान आयताकार होता है, अंतराष्ट्रीय खेल में इसकी लंबाई 28 मीटर और चौड़ाई 15 मीटर तथा NBA में सिर्फ लंबाई 1 मीटर ज्यादा होते है। यह एक इंडोर गेम होने के कारण (आउटडोर में भी खेला जाता है) इसके चट्टान लकड़ी के बने होते है।
कोर्ट के दो छोर में 10 फिट के खंभे से एक टोकरी नुमा घेरेदार स्टील से एक जाल लगा हुआ रहता है, जिसके अंदर बॉल को डाल कर अंक हासिल किये जाते है। खेल में सिर्फ बॉल की ही जरुरत पड़ती है।
खेल के नियम –
इसमें 5 खिलाडी सेंटर, पावर फॉरवर्ड, स्माल फॉरवर्ड, शूटिंग गार्ड और पॉइंट गार्ड के पोजीशन में तैनात होक खेलते है। यह खेल 10 मिनट (अंतराष्ट्रीय) और 12 मिनट(NBA) के चार क्वाटर में खेला जाता है। कॉलेज में यह 20 मिनट का होता है। हाई स्कूल में यह 8 मिनट के क्वाटर में खेले जाते है।
आपने क्या सीखा ?
हमे आशा है की आपको Rajasthan ka rajya khel ( राजस्थान का राज्य खेल ) विषय के बारे में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आपको इस विषय के बारे में कोई Doubts है तो वो आप हमे नीचे कमेंट कर के बता सकते है। आपके इन्ही विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिलेगा।