राजस्थान का लिंगानुपात क्या है ?

Rajasthan ka linganupat ( राजस्थान का लिंगानुपात ) धरती का सबसे खूबसूरत और अनन्य सृजन कुछ है तो वो इंसान है। प्रकृति में जीवित रहने की सारी खूबियों के साथ एक विकशित दिमाग की प्राप्ति किसी अजूबे से कम नहीं।
इसीलिये इंसान को प्रकृति के शुुक्रगुजार होने के साथ साथ इसकी रक्षा को अपने परम कर्तव्य के रूप ग्रहण करने की आवस्यक है। एक बहतर समाज के गठन हेतु पुरुष और महिला दोनों के ही अहम भूमिका है। इसलिए हमें दोनों को ही सामान अधिकार के साथ साथ मौके भी देना चाहिए।
पुरुष और महिला के लिंगानुपात से हमे आने वाली पीढ़ी के सुरक्षा तथा मानव समाज के कल्याण का आकलन कर सकते है। पुरुष और महिलाओं के आवादी जितनी बराबर हो उतना ही समाज तथा देश के लिये अच्छा है.
जिससे यह प्रतीत होता ही के दोनों को ही सामान सामाजिक अधिकार प्राप्त हो रहे है। सिर्फ सामाजिक तौर पर ही नहीं बल्कि शिक्षा, कर्म तथा अनन्य क्षेत्र में भी सामान लिंगानुपात का होना आवश्यक है।
स्वागत है आप सबको हमारे नए पोस्ट “राजस्थान का लिंगानुपात ” में, आज हम बात करने वाले है राजस्थान के लिंगानुपात के बारे में तथा नजर डालेंगे कुछ देश विदेश के बाकी हिस्सों के ऊपर भी।
लिंगानुपात क्या है?
लिंगानुपात पुरुष और महिलायों के किसी क्षेत्र में जनसँख्या की विवरणी होता है, जिससे हमें पता चलता है कि आनुमानिक 1000 पुरुष जनसँख्या पर कितने महिला है।
मुख्यतः हम लिंगानुपात बच्चो और वयस्क के गिनती में लेते है। लिंगानुपात को हम किसी एक संख्या से प्रकाश करते है, उदहारण स्वरुप 988, इससे हमें यह मालूम होता है कि इस क्षेत्र के प्रति 1000 पुरुषों के मुकावले महिलायों के संख्या 988 है।
भारत का लिंगानुपात –
भारत की लिंगानुपात की बात करे तो साल 2001 में प्रति 1000 महिलायों के मुकावले 1072 पुरुष थे, पर पिछले साल के आकलन के हिसाब यह बढ़कर 1020 हो गया है, यनिके प्रति 1000 पुरुषो के मुकावले 1020 महिलाये उपस्थित है।
राजस्थान का लिंगानुपात –
राजस्थान राज्य की बात की जाये तो यहां की जनसँख्या कुल 6.86 करोड़ (2011 की गणना के हिसाब से) है। जिनमे से पुरुषो की आवादी 3.55 करोड़ और महिलायों के आवादी 3.29 करोड़ था। 2001 के हिसाब से यह 21.31 % से बढा है।
लिंगानुपात की बात की जाये तो यह 928 है, यनिके के प्रति 1000 पुरुषो के मुकावले 928 महिलायें है। बच्चो के लिंगानुपात की बात करे तो यह 2001 के मुकावले 909 से घटकर 888 रहगया है।
जिलों के हिसाब से लिंगानुपात –
जिला | जनसँख्या | लिंगानुपात |
डूंगरपुर | 1,388,552 | 994 |
राजसमंद | 1,156,597 | 990 |
पाली | 2,037,573 | 987 |
प्रतापगढ़ | 867,848 | 983 |
बांसवाड़ा | 1,797,485 | 980 |
भीलवाड़ा | 2,408,523 | 973 |
चित्तौड़गढ़ | 1,544,338 | 972 |
उदयपुर | 3,068,420 | 958 |
नागौर | 3,307,743 | 956 |
अजमेर | 2,583,052 | 952 |
जालौर | 1,828,730 | 952 |
टोंक | 1,421,326 | 952 |
झुंझुन | 2,137,045 | 950 |
सीकर | 2,677,333 | 947 |
झालवाड़ | 1,411,129 | 946 |
चुरू | 2,039,547 | 940 |
सिरोही | 1,036,346 | 940 |
बारां | 1,222,755 | 929 |
बूंदी | 1,110,906 | 925 |
जोधपुर | 3,678,165 | 916 |
कोटा | 1,951,014 | 911 |
जयपुर | 6,626,178 | 910 |
हनुमानगढ़ | 1,774,692 | 906 |
बीकानेर | 2,363,937 | 905 |
दौसा | 1,634,409 | 905 |
बारमेर | 2,603,751 | 902 |
सवाई-माधोपुर | 1,335,551 | 897 |
अलवर | 3,674,179 | 895 |
गंगानगर | 1,969,168 | 887 |
भरतपुर | 2,548,642 | 880 |
कुरौली | 1,458,248 | 861 |
धौलपुर | 1,206,516 | 846 |
जैसलमेर | 669,919 | 752 |
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